खुशखबरी! Google Pay से विदेश में भी कर सकेंगे UPI पेमेंट. Google Pay की NPCI के साथ साझेदारी
गूगल इंडिया डिजिटल सर्विस लिमिटेड और एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट लिमिटेड, जो भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम की स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, ने भारत से बाहर के देशों में यूपीआई के परिवर्तनकारी प्रभाव का विस्तार करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं, इस समझौता ज्ञापन में तीन प्रमुख ऑपरेटिव हैं, पहला इसके उपयोग को व्यापक बनाना है। भारत के बाहर यात्रियों के लिए यूपीआई भुगतान से उन्हें विदेशों में आसानी से लेनदेन करने में मदद मिलेगी, दूसरा समझौता ज्ञापन का उद्देश्य अन्य देशों में डिजिटल भुगतान प्रणाली की तरह यूपीआई की सहायता करना और स्थापित करना है, जो निर्बाध वित्तीय लेनदेन के लिए मॉडल प्रदान करता है, यूपीआई बुनियादी ढांचे का उपयोग करके देशों के बीच प्रेषण की प्रक्रिया प्रदान करता है।
समझौता ज्ञापन (एमओयू) के तहत भारतीय यात्री अब अन्य देशों में गूगल पे के माध्यम से भुगतान कर सकेंगे। इस सुविधा से नकदी ले जाने या अंतरराष्ट्रीय भुगतान गेटवे का सहारा लेने की जरूरत खत्म हो जाएगी।
गूगल पे ने बयान में कहा, “एमओयू के तीन प्रमुख उद्देश्य हैं। सबसे पहले, यह भारत के बाहर यात्रियों के लिए यूपीआई भुगतान के उपयोग को व्यापक बनाना चाहता है, जिससे वे विदेश में आसानी से लेनदेन कर सकें। दूसरा, एमओयू का उद्देश्य अन्य देशों में यूपीआई जैसी डिजिटल भुगतान प्रणाली स्थापित करने में सहायता करना है, जो निर्बाध वित्तीय लेनदेन के लिए एक मॉडल प्रदान करेगा। अंत में, यह यूपीआई बुनियादी ढांचे का उपयोग करके देशों के बीच प्रेषण की प्रक्रिया को आसान बनाने पर ध्यान केंद्रित करता है, जिससे सीमापार वित्तीय लेनदेन सरल हो जाता है।”
एनआईपीएल के मुख्य कार्यापालक अधिकारी (सीईओ) रीतेश शुक्ला ने कहा, “यह रणनीतिक साझेदारी न केवल भारतीय यात्रियों के लिए विदेशी लेनदेन को सरल बनाएगी बल्कि हमें एक सफल डिजिटल भुगतान प्रणाली के संचालन के बारे में अपने ज्ञान और विशेषज्ञता को अन्य देशों में विस्तारित भी करने देगी।”
इस एमओयू से यूपीआई की वैश्विक उपस्थिति मजबूत होगी, विदेशी व्यापारियों को उन भारतीय ग्राहकों तक पहुंच मिलेगी, जिन्हें अब डिजिटल भुगतान करने के लिए केवल विदेशी मुद्रा और/या, क्रेडिट या विदेशी मुद्रा कार्ड पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा और उनके पास भारत से गूगल पे समेत यूपीआई संचालित ऐप का उपयोग करने का विकल्प होगा।