Indian Coast Guard Day 2024: आज मनाया जा रहा कॉस्ट गार्ड डे, जाने इससे जुडी खास बातें
Indian Cost Guard Day 2023: विविधताओं से भरा देश भारत, कश्मीर से कन्याकुमारी तक, जैसलमेर से लेकर इंदिरा प्वांइंट तक विस्तृत से रूप से फैला हुआ है. हर साल, भारत 1 फरवरी को भारतीय तटरक्षक (ICG) दिवस मनाता है। आईसीजी दिवस भारतीय तटरक्षक बल को सम्मान देने और श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है जो भारतीय तटों की रक्षा करने और भारत के समुद्री क्षेत्रों में नियमों को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारत की समुद्री सीमा 7500 किलोमीटर लंबी है, और कई भागों में फैली हुई है. ऐसे में देश की आजादी के लगभग 30 बरस बाद इन सीमाओं की निगहबानी का जिम्मा भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) को सौंपा गया.
इस वर्ष, भारत 1 फरवरी 2024 को अपना 48वां स्थापना दिवस मनाएगा। भारतीय तटरक्षक बल दुनिया का चौथा सबसे बड़ा तटरक्षक है, जिसकी सूची में लगभग 158 जहाज और 70 विमान हैं।
दरअसल आजादी के बाद से ही देश की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा का जिम्मा भारतीय नौसेना का था, लेकिन अपने पडोसी देशों से दो युद्ध लड़ने के बाद नीति नियंताओं ने ये सोचा कि क्यों नहीं भारत की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा, निगहबानी, और अन्य समुद्री सीमा से जुड़ी गतिविधियों के लिए एक अलग फोर्स का निर्माण किया जाए जिससे भारतीय नौसेना पर कुछ बोझ कम हो जाए.
कब हुई स्थापना?
जिससे वह बड़ी सामरिक समुद्री तैयारियों के लिए अपने आपको तैयार कर सके. यही वजह रही कि ृ1 फरवरी 1977 को रक्षा मंत्रालय के अधीन भारतीय तटरक्षक बल की अंतरिम रूप से स्थापना की गई. जब भारतीय तटरक्षक दल की स्थापना की गई तब उस समय देश समुद्र के माध्यम से भारत के अंदर आने वाली तस्करी ने देश की अर्थव्यवस्था को खतरे में डाल दिया. इसलिए समस्या का दूर करने के लिए इंडियन नेवी और इंडियन एयरफोर्स की भागीदारी से नागचौधरी समिति का गठन किया गया.
इस समिति की सिफारिश पर 18 अगस्त 1978 को भारतीय तटरक्षक बल की स्थापना की गई और संसद में एक अधिनियन पारित कर इसे भारत को गैर-सैन्य समु्द्री सेवाएं प्रदान करने के लिए तटरक्षक बल की स्थापना की गई.
इतिहास और महत्व
अंतरिम भारतीय तट रक्षक की स्थापना मूल रूप से 1 फरवरी, 1977 को भारत की घरेलू अर्थव्यवस्था में बाधा डालने वाले सामानों की समुद्र-जनित तस्करी को रोकने के लिए की गई थी।
18 अगस्त, 1978 को संसद द्वारा आधिकारिक तौर पर 1 फरवरी को मनाए जाने वाले भारतीय तटरक्षक (ICG) दिवस की स्थापना की गई थी।
अपनी स्थापना के बाद से, भारतीय तटरक्षक बल ने हजारों लोगों की जान बचाई है और उपद्रवियों को पकड़ा है। अपनी स्थापना के बाद से, आईसीजी ने हजारों करोड़ रुपये की दवाएं, प्रतिबंधित पदार्थ और अवैध सामान भी जब्त किया है।
वर्तमान में, भारतीय तटरक्षक बल को दुनिया के चौथे सबसे बड़े तटरक्षक बल के रूप में स्थान दिया गया है।
भारतीय तटरक्षक का नेतृत्व महानिदेशक करता है, जो नई दिल्ली में मुख्यालय में रहता है।
तटरक्षक बल स्वेच्छा से काम करने, खोज करने, समुद्र में बचाव अभियान चलाने और हमारे देश के राष्ट्रीय जल और सीमाओं की रक्षा करने में भी शामिल है।
भारतीय तटरक्षक बल का कार्य भारतीय नौसेना, सीमा शुल्क विभाग और पुलिस के सहयोग से कई क्षेत्रों के लिए अलग-अलग होता है। गार्ड को विभिन्न क्षेत्रों में आवंटित किया जाता है, जिसमें गांधीनगर, गुजरात में स्थित उत्तर-पश्चिम क्षेत्र, चेन्नई में पूर्वी क्षेत्र और कोलकाता में उत्तर पूर्व क्षेत्र और अंडमान और निकोबार क्षेत्र शामिल हैं।
इंडियन कोस्ट गार्ड के अध्यक्ष कौन है?
महानिदेशक राकेश पाल, पीटीएम, टीएम भारतीय तटरक्षक के 25 वें महानिदेशक के रूप में नियुक्त किये गए हैं।
भारतीय नौसेना के मुताबिक राजस्व विभाग (सीमा शुल्क), मत्स्य पालन विभाग, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और राज्य पुलिस सेवाएं सभी तट रक्षकों के साथ क्लोज कोऑर्डिनेशन में काम करते हैं.
क्या है तटरक्षक बल का मोटो?
भारत के तटरक्षक बल का मोटो वयम् रक्षाम् है. जिसका अर्थ है बचाव के लिए रक्षा करना है.