Nitin Gadkari ने सुना दी खुशखबरी, अब इस तरह से कटेगा टोल, बदल जाएगा पूरा सिस्टम in 2024
Toll Tax New Technology in 2024: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (nitin gadkari) ने हाइवे पर चलने वालों को बड़ा तोहफा दे दिया है. अगर आप भी हाइवे पर टोल के लिए आपको लाइन में लगने की जरूरत नहीं है. फास्टैग के बाद में सरकार ने टोल कलेक्शन के लिए एक और नया तरीका निकाल लिया है. सरकार अब जीपीएस टेक्नोलॉजी के जरिये टोल कलेक्शन (Toll Collection) करने का प्लान बना रही है.
सरकार ने कहा कि अब टोल प्लाजा पर रुककर लंबी लाइन में लगने की जरूरत नहीं. इसके साथ ही आपको जाम से भी काफी मुक्ति मिल जाएगी. नया जीपीएस टोल सिस्टम (GPS Toll System) आने के बाद में आपको हाइवे पर टोल प्लाजा नजर नहीं आएंगे. सरकार देशभर में तमाम हाइवे से टोल प्लाजा हटाने का प्रयास लगातार कर रही है.
अगले साल से शुरू होगा सिस्टम
सरकार अगले साल मार्च 2024 तक करेगी शुरू ,जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार अब हाइवे और एक्सप्रेसवे पर GPS आधारित टोल कलेक्शन सिस्टम लगाने की तैयारी कर चुकी है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि अगले साल मार्च तक हाइवे और एक्सप्रेसवे पर GPS आधारित टोल कलेक्शन सिस्टम लगा दिया जाएगा.
नितिन गडकरी ने दी जानकारी
नितिन गडकरी ने बताया कि GPS आधारित टोल सिस्टम लागू होने से हाइवेज़ पर लगने वाला जाम ख़त्म हो जाएगा. इसके साथ ही गाड़ियों से उनके द्वारा तय की गई वास्तविक दूरी के हिसाब ही टोल टैक्स वसूला जाएगा.
पूरा हो चुका है पायलट प्रोजेक्ट
इस बीच, गडकरी ने कहा कि सरकार अगले साल होने वाले आम चुनावों के लिए आचार संहिता लागू होने से पहले 1,000 किलोमीटर से कम लंबाई की हाईवे परियोजनाओं के लिए बिल्ड ऑपरेट ट्रांसफर (बीओटी) मॉडल पर 1.5-2 लाख करोड़ रुपये मूल्य की सड़क परियोजनाओं का टेंडर करेगी।
आम चुनाव अप्रैल-मई 2024 में होने वाले हैं।
उन्होंने कहा, “आगे बढ़ते हुए, हम हाईवे निर्माण के लिए ज्यादातर इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (InvITs) मॉडल को पसंद देंगे।”
InvITs ऐसे साधन हैं जिन्हें निवेशकों से धन एकत्र करने और ऐसे परिसंपत्तियों में निवेश करने के लिए डिजाइन किया गया है जो समय के साथ कैश फ्लो (नकदी प्रवाह) प्रदान करेंगे।
नितिन गडकरी ने जानकारी दी कि दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेसवे के कॉरिडोर पर सैटेलाइट आधारित टोल कलेक्शन सिस्टम का पायलट प्रोजेक्ट पूरा हो चुका है.
ऑटोमेटिक नंबर प्लेट बनाने पर हो रहा काम
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने वाहनों को रोके बिना ऑटोमेटिक टोल कलेक्शन (Automatic Toll Collection System) को सक्षम बनाने के लिए ऑटोमेटिक नंबर प्लेट (Automatic Number Plate) रिकॉगनाइजेशन सिस्टम की दो एक्सपेरिमेंटल प्रोजेक्ट भी चलाई है.
किस तरह से कटेगा टोल?
इस नए जीपीएस टोल सिस्टम में जैसे ही आप टोल प्लाजा क्रॉस करेंगे वैसे ही आपकी गाड़ी का नंबर प्लेट स्कैन हो जाएगा. इसके बाद में आपके बैंक अकाउंट से टोल कलेक्शन कट जाएगा.